शनिवार, जून 08, 2019

अपना फैसला खुद करो !!

बात पिछले साल की  है जब लविश क्लास २ में था, तब एक दिन स्कूल से आने के बाद जब मैंने उससे रोज़ की तरह उसके बैग से टिफिन निकालते हुए पूछा 
लविश आज टिफिन कैसा लगा ?
थोड़ा गुस्से में और शिकायत करते हुए वो बोला, मम्मा आज मेरा पूरा  टिफिन _____ ने खा लिया !
क्यों ? वो अपना टिफिन नहीं लाया था क्या ???
लाया था, लेकिन उसने पता नहीं कब मेरे बैग से टिफिन निकाल कर लंच पीरियड से पहले ही खा लिया !
तेरा ध्यान कहाँ रहता है तू अपने बैग का ध्यान भी नहीं रख सका और मैडम क्या करती है क्लास में तूने उनको बताया ??
हाँ बताया था मैंने, और मैडम ने उसे बोला कि दोबारा ऐसे नहीं करना वरना पनिशमेंट मिलेगी और मुझे एक बिस्किट का पैकेट दे दिया मैंने लंच में फिर वो खा लिया  !
ठीक है , और आगे से खुद भी ध्यान रखा कर अपने बैग का और सामान का !
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तक़रीबन ३ या ४ दिन बाद फिर यही सब हुआ 
लविश : लगभग रोते हुए , मम्मा _______ ने मेरा टिफिन फिर से खा लिया और मैंने मैम को बोला तो उन्होंने बस उसे डाँट दिया लेकिन पनिश नहीं किया !!!
ठीक है, तू रो मत  मैं कल तेरी मैम से कल बात करती हूँ !!
और ये बात इस बार लविश ने अपने पापा को भी सुबह स्कूल जाने पहले बताई 
पापा कल ना मेरा टिफिन फिर से _______ खा लिया !!
फिर ?
फिर मैंने मैंम को बोला लेकिन मैम ने बस उसे थोड़ा सा डाँट दिया लेकिन पनिश तो किया ही नहीं !!
लविश के पापा : बेटा सुन अगर इस बार वो कभी भी तेरा टिफिन खाये ना तो मैम से कुछ मत बोलियों  तू बस उस _____ के मुँह पर एक खींच कर मारियो तबियत से ...... और डरियो बिलकुल नहीं !!
लेकिन पापा फिर मैम मुझे ही डाँटेगी और डायरी में नोट लिख कर पैरेंट्स  को बुलाएंगी !!
कोई  नहीं वो हम देख लेंगे लेकिन इस बार तू रो कर वापस मत आइयो !!
ठीक है पापा !!

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उस लड़के ने अपने बढ़ते हौसले और मैम के ज्यादा कुछ ना कहने की वजह से फिर वही किया , लेकिन इस बार लविश तैयार था उसने वही किया जो उसके पापा ने उसे समझाया और नतीजा ये हुआ कि पुरे साल उस लड़के ने दोबारा कभी लविश को परेशान नहीं किया !!!! हाँ लेकिन बाद में पता लगा कि बार बार बाकि बच्चों की कंप्लेंट की वजह उसका सेक्शन चेंज करा दिया गया और दुसरे सेक्शन में जाके क्या हुआ पता नहीं ! 

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कहने को तो बस ये एक छोटा सा मामला है क्लासरूम का लेकिन,  अगर समझा जाए तो यही आज का सिस्टम है , अगर मैम यानी प्रशासन ने सबसे पहली शिकायत पर ही एक सही एक्शन/फैसला  लिया होता तो ना उस बच्चे का हौसला बढ़ता और ना ही  लविश यानी विक्टम हिंसक होता !
यही बात #अलीगढ़ मामले में #ट्विंकल के साथ  हुई है !! अगर यहाँ भी पुलिस ने अपना काम पहली ही शिकायत पर ठीक से किया होता तो शायद मामला कुछ और होता लेकिन नहीं ऐसा नहीं हुआ और अब जब दूसरी शिकायत पर आरोपी गिरफ्त में है तो शासन से लेके प्रशासन तक सब लगे है बस हग मूत के लीपने पोतने में !!! और तरस आ रहा है उन माँ बाप पर जो इस उम्मीद है कि दोषी को कड़ी सजा मिलेगी जबकि वो अपनी ही बेटी से दुष्कर्म के इल्जाम पर भी खुला घूम रहा है !!!
जबकि होना ये चाहिए था कि उस बच्ची के माँ बाप को उन दोषियों को देखते ही उन दोनों को अपने हिसाब से उसी वक्त सजा दे देनी थी क्यूंकि प्रशासन ने तो अभी बहुत लीपना है !!