मंगलवार, जुलाई 16, 2019

इश्क़ में लड़किया पागल होती है, प्रैक्टिकल नहीं !!!

"प्यार कब कहां किसी का पूरा होता है
 प्यार का तो पहला अक्षर ही अधूरा होता है" 
बस इन्हीं दो लाइनों में प्रेम के प्रतिरोध का सार छुपा है लेकिन सिर्फ उन लोगों के लिए जिनका प्रेम उनकी मंजिल तक नहीं पहुंचा, बाकी उन लोगों के लिए तो यह सिर्फ 2 लाइनें हैं जिन्होंने पहले प्यार  किया और फिर  एक सफल शादी भी की ! ऐसे बहुत से जोड़े आगे चलकर कई युवाओं के मार्गदर्शक बनते  तो कुछ युवाओं की हिम्मत और बस ऐसे ही यह चेन  बढ़ती जाती है लेकिन कई बार इस बढ़ती हुई चेन में कुछ ऐसी कड़ियां भी जुड़ जाती हैं जिनमें बहुत जल्दी जंग लग जाती है और वो कड़ी पूरी चेन  के लिए थोड़ी अपमानजनक भी  साबित होती है !  असल में इस प्रेम विवाह की चेन  में जुड़ना बहुत आसान नहीं तो बहुत मुश्किल भी नहीं है लेकिन प्रॉब्लम तब आती है जब पीयर प्रेशर के चलते या किसी दिखावे के चलते या अपनी नासमझी के चलते इस प्रेम विवाह की चेन में जबरदस्ती घुसा जाए !!
नेहा, दिल्ली शहर में रहने वाली एक 24 साल की लड़की जिसको अचानक से एक लड़के से प्यार हो जाता है लड़का छोटी जात का और लड़की बड़ी जात की, लड़की एक मशहूर रईस परिवार की बेटी और लड़का एक लोअर मिडल क्लास से आने वाला, जोकि जूते के शोरूम पर जूते दिखाने का काम करता है दोनों एक सोशल मीडिया साइट पर मिलते हैं और वहीं से बातों बातों में दोनों को प्यार हो जाता है धीरे-धीरे दोनों का मिलना जुलना  घूमना फिरना रेस्टोरेंट में साथ में  लांच लेना शुरू होता है जिसके  बिल अक्सर लड़की ही चुकाती थी ! कुछ सालों के इस कथित प्यार के बाद बारी आई शादी की,जब लड़की के घर वाले लड़की के लिए एक अच्छे लड़के की तलाश कर रहे थे तभी लड़की उन्हें अपने प्रेम के बारे में बताती है और कह देती हैं कि वह शादी करेगी तो सिर्फ उसी लड़के से जिससे वो प्यार करती है एक हिंदुस्तानी पिता होने के नाते लड़की के बाप ने पहले तो बात सुनते ही बिल्कुल मना कर दिया लेकिन जब लड़की के रोज-रोज के रोने और किसी और से शादी ना करने की जिद सर चढ़ने लगी तो हार कर लड़की के पिता ने लड़की से लड़के को घर पर बुलाने को कहा !  इस सबके दौरान लड़का अपने परिवार वालों को नेहा के लिए मना चुका था ! इस वजह से लड़की के पिता से मिलने ना सिर्फ लड़का आया बल्कि उसके परिवार के कुछ सदस्य भी आए जिन्होंने लड़की के पिता को भरपूर समझाने की कोशिश की कि बच्चों का प्यार है बच्चों की आपसी समझ है हमें और आपको इन्हे आशीर्वाद देकर इन की शादी कर देनी चाहिए लड़की के पिता ने कुछ टाइम मांग कर उन्हें अपने घर से भेज दिया ! उनके जाने बाद लड़की के पिता ने अपनी लड़की को बहुत समझाया कि लड़का आर्थिक रूप से मजबूत नहीं है और वो लड़की के खर्चे नहीं उठा पायेगा लेकिन लड़की टस से मस मस नहीं हुई ! लड़की के पिता ने बाकी दो छोटी बहनों की भी दुहाई दी  कि अगर तू इस तरह करेगी तो छोटी बहनों के साथ क्या होगा लेकिन लड़की फिर भी मानने को तैयार नहीं लड़की पर सिर्फ लड़के  प्यार का पागलपन सवार था लड़की की मां ने भी समझाया कि वह परिवार हमारी बराबरी का नहीं है और जितने शौक तेरे इस घर में पूरे होते  हैं उस घर में पूरे नहीं हो पाएंगे और फिर रोयेगी वो अलग !  लड़की किसी भी तरह से मानने को तैयार नहीं कई हुई ! दिन बीते, हफ्ते बीते, महीने बीते, लेकिन लड़की मानने को राजी नहीं और आखिरकार 1 दिन लड़की ने वो किया जिसकी उसके पापा को बिल्कुल उम्मीद नहीं थी, एक रात लड़की, लड़के के साथ घर छोड़ कर चली गई घर ! फिर तकरीबन 1 हफ्ते बाद लौटी और जब आई तो उसने बताया कि वह उस लड़के के साथ शादी कर चुकी हैं यह सुनते ही उसके पिता ने एक भारतीय पिता की तरह उसे  उसी वक्त घर से निकाल दिया यह कहकर कि "जब शादी कर ही ली तो अब यहां क्यों आई है ??,जाए और अपने ससुराल में ही रहे अब वही उसका घर है !"  लड़की भी उसी वक्त अपने घर से चली अभी कुछ महीने ही बीते थे कि वही हुआ जिसका पापा को डर था एक दिन लड़की अचानक रोते हुए घर वापस आ गई और तब अपनी  लड़की को रोते हुए देख कर पापा उसके आंसुओं के आगे हार गए तब से लेकर आज तक उसकी शादी को तकरीबन 5 साल हो चुके हैं और पापा आज भी लड़की को पैसे देते रहते हैं लेकिन इन 5 सालों में लड़की के घर में बहुत कुछ हो चुका है लड़की के पिता पूरी तरह से शराब की आदी हो चुके हैं और लड़की की दोनों छोटी बहने जिसमें से  एक कहीं भी शादी करने को तैयार नहीं है और दूसरी का कहीं भी रिश्ता तय नहीं हो पा रहा !
दूसरी कहानी शिवानी, एक बड़े रसूखदार परिवार की छोटी बेटी जिसे जॉब करते करते एक लड़के से प्यार हो गया और यहां भी वही लड़की अमीर लड़का गरीब !  जात की बात रहने ही  देते हैं क्योंकि शहरों में जात बिरादरी से कहीं ज्यादा परिवार वालों का स्टेटस मैटर करता है जात बिरादरी तो फिर भी अब नजरअंदाज कर दी जाती है ! इस कहानी में भी यही हुआ लड़की के घरवालों ने लड़की को बहुत समझाया बहुत मनाया लेकिन लड़की मानने को राजी नहीं और जब लड़की को भी दिखा कि उसके परिवार वाले नहीं मान रहे हैं और लगातार उस पर कहीं और शादी कर लेने का दबाव बना रहे हैं तो उस लड़की ने लड़के के साथ कोर्ट मैरिज कर ली और जब घर आकर अपने परिवार को बताया तो उन्होंने भी उसी वक्त लड़की को घर से बाहर निकाल दिया कि जब शादी कर ही ली तो अब यहां किस लिए आई है जो परिवार तुमने सुना है उस में खुश रहो ! इस शादी में लड़की को तकरीबन डेढ़ 2 साल बीत चुके थे इस दौरान उसकी बेटी भी हुई ! शादी के 3 साल बीत जाने के बाद जब लड़की के छोटे भाई की शादी की बात हुई तो सभी के कहने और समझाने पर लड़की के माता-पिता ने लड़की के घर भी कार्ड भेज दिया लड़की भी भाई की शादी में आ गई मां बाप और सभी परिवार वालों से मिलकर खुश हुई जब परिवार के  कुछ लोगों ने लड़की से उसके ससुराल के हालचाल जाने तो पता लगा लड़का घर में रहता ही नहीं है, बस महीने में एक दो बार आ जाता है ! शादी क बाद से ही लड़का दिल्ली से बाहर रहकर नौकरी करने लगा ! अब घर में लड़की अकेले रहती है अपनी बेटी के  साथ ! परिवार क पूछने पर लड़की ने बताया की उसे ये सब अपने माँ बाप को बताने की हिम्मत नहीं हुई ! 
इन दोनों की कहानियों में जो की बिलकुल सच है, एक बात जो सामने आयी वो ये कि, इश्क़ करो और जरूर करो लेकिन जब अपने लिए कोई जीवनसाथी चुनो तो व्यवहारिक जरूर बनो क्यूंकि इश्क़ की आग में ना घर चलते है ना जिंदगी की गाडी ! 
#इश्क़ #प्रेमविवाह 



2 टिप्‍पणियां:

  1. लडकिया प्यार और सिम्पथि में फर्क नही कर पाती, गरीब लड़के से प्यार अक्सर सिम्पथि में होता है,और उस सिम्पथि को वो प्यार समझ लेती है,जिसका नतीजा आप दो कहानियों में बता चुकी है। ����

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    1. जिसे आप सिम्पथी का नाम दे रहे है वो सिम्पथी भी नहीं होती !

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