चाय ना हुई, मुआ इश्क़ हो गया,
जब पकती है तो बस इश्क़ सी पकती है
और जब महकती है तो इश्क़ सी ही महकती है
ये चाय,इश्क़ सी ही तो है
ठीक इश्क़ की ही तरह धीरे धीरे उबलती है
और जितनी उबलती है,उतनी ही गहरी होती है
बिल्कुल गहरे लाल सुर्ख इश्क़ की तरह
जैसे चाय में डूबे इलायची,अदरक
चाय का स्वाद बढ़ाते है,वैसे
इश्क़ में डूबे दो प्रेमी,
इश्क़ का स्वाद बढ़ाते है
जब पकती है तो बस इश्क़ सी पकती है
और जब महकती है तो इश्क़ सी ही महकती है
ये चाय,इश्क़ सी ही तो है
ठीक इश्क़ की ही तरह धीरे धीरे उबलती है
और जितनी उबलती है,उतनी ही गहरी होती है
बिल्कुल गहरे लाल सुर्ख इश्क़ की तरह
जैसे चाय में डूबे इलायची,अदरक
चाय का स्वाद बढ़ाते है,वैसे
इश्क़ में डूबे दो प्रेमी,
इश्क़ का स्वाद बढ़ाते है
लेकिन वो कहते है ना बड़े बुजुर्ग
ये आजकल का इश्क़ ना हुआ पानी का बुलबुला हो गया
जितनी जल्दी बना उतनी जल्दी फुस्स
वैसे ही है, चाय के नए इश्कबाज़
जितनी जल्दी सर्दियों में चाय से इश्क हुआ
उतनी जल्दी गर्मियों में ये चाय वाला इश्क फुस्स !!!
मतलब ये चाय का इश्क़ भी आजकल का इश्क़ हो गया !
जितना जल्दी इश्क़ उतना जल्दी धोखा !!
जितना जल्दी इश्क़ उतना जल्दी धोखा !!
#चाय #इश्क़ #गर्मियाँ #धोखा
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